पण्डित गुरुराज जी विश्व प्रसिद्व भारतीय ज्योतिषी है। जो लाल किताब , वैदिक ,ज्योतिष वास्तु , अंक विद्या , तंत्र मंत्र यन्त्र , हस्तरेखा के क्षेत्र में महारथ हासिल किये हुए है। पण्डित जी को ज्योतिष का २० साल का तजुर्बा है। जिन्होंने हर उपाय को वैज्ञानिक दृष्टि से जांचा परखा है और फिर किसी पर अमल में लाया है । पण्डित जी के उपाय अत्यन्त सरल और कम खर्च वाले होते है और सबसे बड़ी बात इनके उपाय अत्यन्त शीघ्र प्रभाव देने वाले है । पण्डित जी ने लाल किताब के सभी उपायों को वैज्ञानिक दृष्टि से जांचा परखा है और उसे जन साधारण के लिए सरल बनाकर पेश किया है ।
पण्डित जी को बचपन से ही ज्योतिष व गुप्त विद्या में रूचि थी उन्होंने पढाई के साथ साथ ज्योतिष और तंत्र मंत्र यन्त्र की भी दीक्षा प्राप्त की और इस कार्य में पंड़ित जी के दादा जी का विशेष योगदान रहा। पण्डित जी के दादा प्रसंदा लाल जी ज्योतिष और इन्दरजाल के माहिर थे जिनसे पण्डित गुरुराज जी ने बचपन में ही शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी। बाद में १७ साल की उम्र में पण्डित जी जोधपुर में पण्डित नारायण दत्त श्री माली जी से मिले और उनसे तंत्र मंत्र की दीक्षा ली। पण्डित जी ने १८ की आयु में ही गणपति साधना ,सरस्वती साधना,धूमावती साधना ,बगलामुखी साधना कर ली थी। पण्डित जी बचपन से होनहार बड़े थे, माता पिता का सुख पण्डित जी को 6 महीने की उम्र ही मिला ,दादा दादी ने इन्हे पाला पोषा और शिक्षा का प्रबंध किया परन्तु दुर्भाग्यवश दादा- दादी का साथ भी मात्र 15-16 साल तक ही रहा।
पण्डित जी ने स्वयं अपने भविष्य का निर्माण किया पण्डित जी अपने स्कूल टाइम ही कई भविष्यवाणिया करके अपने अध्यापको और अन्य सहपाठियों को आश्चर्यचकित कर देते थे। उनके द्वारा की गयी सभी भविष्यवाणिया अक्षरस सत्य होती है यहाँ तक की उनके अध्यापक भी उनसे अपने परिवार व अपने बारे में अक्सर पूछते थे। पण्डित जी ने हाथ की रेखाओ का गहन अध्ययन किया और हाथ की सभी रेखाओ का सूक्ष्म विशलेषण किया अनेक प्रयोग किये । हाथ रेखाओ के प्रभाव जानने के लिए पण्डित ने तरह तरह के हाथ देखा जिनमे मंत्री ,पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ,नेता ,डॉक्टर ,इंजीनियर ,पायलट ,गणित अमीर से लेकर भिखारियों तक के हाथ देखे और कारणों को खोज निकाला जिनसे एक व्यक्ति भिखारी बना और एक मंत्री नेता या डॉक्टर इंजीनियर।
पण्डित जी ने दिल्ली में स्थित हिंदूराव अस्पताल में भी काफी समय नौकरी सिर्फ इसलिए की ताकि वे अस्पताल के मुर्दाघर में रखी उन लाशो के हाथ देख सकें जिनकी मौत एक्सीडेंट से, आत्महत्या करने से या जहर से या किसी के द्वारा हत्या हुई थी। उन्होंने कई ऐसे विचित्र कारण हाथों में देखें जो उनकी , मौत का कारण बने। पण्डित जी अस्पताल ,में रात के वक़्त आपातकालीन विभाग में आये कई ऐसे मरीजों की पहले ही भव्ष्यिवाणी कर देते थे की यह मरीज जिन्दा रहेगा या मर जायेगा। इस भविष्यवाणी से डॉक्टर तक चकित रह जाते थे। पण्डित जी ने प्रश्न ज्योतिष का भी गहन अध्य्यन किया। क्योंकि पंडित जी जानते थे की जिनकी जनम तारीख समय का पता है उसका तो भविष्य जन्म कुंडली से देखा जा सकता है परन्तु जिनकी जन्म तारीख , समय आदि का ज्ञान नहीं है उनका भविष्य कैसे देखा जायेगा इस सवाल के जवाब आवश्यकता जान पड़ी पंडित जी ने प्रश्न क्या होंगे उसका हल होगा आदि का विशेष ज्ञान प्राप्त किया।
पण्डित गुरुराज को कुंडली दिखाकर उन्हें अपनी समस्या बताने की आवश्यकता नहीं पड़ती। उनका ज्योतिष ज्ञान इतना विकसित है की वे व्यक्ति को उसकी समस्या और सवाल खुद ही बता कर आश्चर्यचकित कर देते है पंडित जी अत्यंत ही नर्म दिल व भावुक है कई बार वे अपने पास से भी उपाय का सामान फ्री देकर आये हुए मजबूर गरीब ,व्यक्ति का भला कर देते है पण्डित जी वास्तुशास्त्र के भी माहीर है। बगैर तोड़े फोड़े वास्तु की कई गंभीर समस्याओ का हल साधारण व सस्ते उपाय द्वारा करा देना उनकी विशेषता है। वास्तुशस्त्र को जांचने परखने के लिए पंडित जी ने कई प्रयोग किये और पाया की वास्तव में घर की बनावट , मुख्यद्वार दिशा , घर में रखे सामान की स्थिति का मनुष्य के भाग्य और सेहत पर विशेष प्रभाव पड़ता है उन्होंने खुद कई घरो में रहकर वहां के वास्तु को अपने ऊपर पड़ने वाले प्रभावो से महसूस किया। कुछ लोगो का सवाल होता है की हम तो किराये के मकान में रह रहे है हमें तो कोई कष्ट नहीं होगा तो उनका कहना है की किस्ती चाहे अपनी खुद की हो या किराये की यदि उसमें छेद हो तो उसका नुकसान तो जो उस किस्ती में बैठे है उन पर पड़ेगा ही पड़ेगा।
अतः पण्डित जी किराये के मकान की भी वास्तु देख कर लेने की सलाह देते है। पण्डित गम्भीर समस्याओं का समाधान चुटकियों में कर देते है जैसे :- ग्रह-कलेश , पुत्र का आज्ञाकारी न होना , व्यापार में घाटा , संतान न होना , भूत प्रेत का सपनों में नज़र आना , नींद न आना , बीमारियों का हमेशा घर पर कब्ज़ा होना आदि। और सबसे आश्चर्य की बात तो यह है की पण्डित जी किसी पर किये गए तांत्रिक दोष कला जादू , किया कराया , भूत बाधा का पता चुटकियों में लगा लेते है उसके लिए चाहे व्यक्ति पंडित जी के सामने हो या हजारो किलोमीटर दूर विदेश में।
पण्डित जी फ़ोन पर मंत्र जप करते है और दूर बैठे व्यक्ति को यदि कोई तांत्रिक दोष होगा तो उसके हाथो में रखी किसी भी वस्तु जैसे राख या पाउडर का स्वाद पूर्णतया बदल जायेगा अगर चाटने पर वस्तु का स्वाद बदल जाये जैसे कड़वा खट्टा नमकीन हो जाये तो समझो उस व्यक्ति को ऊपरी बाधा है यदि स्वाद न बदले तो बाधा नहीं है। अगर किसी व्यक्ति पर कोई भयंकर बाधा जैसे भूत जिन्न होता भी है तो पण्डित जी मात्र कुछ घंटो में उस बाधा को नष्ट कर देते है। और भी कई प्रकार समस्याओ का हल पण्डित जी जन्म कुण्डली हस्त रेखा , प्रश्न कुण्डली , वास्तु देखकर पूर्णतया कर देते है। पण्डित जी को मिलने के लिए पहले फ़ोन पर समय लेना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि पण्डित जी बिना समय दिये किसी को नहीं मिलते।
पण्डित जी फ़ोन पर मंत्र जप करते है और दूर बैठे व्यक्ति को यदि कोई तांत्रिक दोष होगा तो उसके हाथो में रखी किसी भी वस्तु जैसे राख या पाउडर का स्वाद पूर्णतया बदल जायेगा अगर चाटने पर वस्तु का स्वाद बदल जाये जैसे कड़वा खट्टा नमकीन हो जाये तो समझो उस व्यक्ति को ऊपरी बाधा है यदि स्वाद न बदले तो बाधा नहीं है। अगर किसी व्यक्ति पर कोई भयंकर बाधा जैसे भूत जिन्न होता भी है तो पण्डित जी मात्र कुछ घंटो में उस बाधा को नष्ट कर देते है। और भी कई प्रकार समस्याओ का हल पण्डित जी जन्म कुण्डली हस्त रेखा , प्रश्न कुण्डली , वास्तु देखकर पूर्णतया कर देते है। पण्डित जी को मिलने के लिए पहले फ़ोन पर समय लेना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि पण्डित जी बिना समय दिये किसी को नहीं मिलते।
पण्डित जी फ़ोन पर मंत्र जप करते है और दूर बैठे व्यक्ति को यदि कोई तांत्रिक दोष होगा तो उसके हाथो में रखी किसी भी वस्तु जैसे राख या पाउडर का स्वाद पूर्णतया बदल जायेगा अगर चाटने पर वस्तु का स्वाद बदल जाये जैसे कड़वा खट्टा नमकीन हो जाये तो समझो उस व्यक्ति को ऊपरी बाधा है यदि स्वाद न बदले तो बाधा नहीं है। अगर किसी व्यक्ति पर कोई भयंकर बाधा जैसे भूत जिन्न होता भी है तो पण्डित जी मात्र कुछ घंटो में उस बाधा को नष्ट कर देते है। और भी कई प्रकार समस्याओ का हल पण्डित जी जन्म कुण्डली हस्त रेखा , प्रश्न कुण्डली , वास्तु देखकर पूर्णतया कर देते है। पण्डित जी को मिलने के लिए पहले फ़ोन पर समय लेना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि पण्डित जी बिना समय दिये किसी को नहीं मिलते।
यदि आप किसी भी समस्या से जूझ रहे है और लाख प्रयत्न करके भी उसका हल नहीं मिल रहा है तो आप पण्डित जी से जरूर मिले या फ़ोन पर संपर्क करे।
12 May 2018
12 May 2018
12 May 2018
12 May 2018
Call Us +91 8968128074 OR+91 97793-28074
gururaj2223@gmail.com
Add: L-104 Upkar Nagar, Lmaba Road-Jalandhar-Punjab
India
© Copyright 2016 by Mahavidya Jyotish Kender. All right Reserved - Design By SRIRAJ